5 EASY FACTS ABOUT SHIV CHALISA LYRICS IN GUJARATI DESCRIBED

5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described

5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described

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लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥

प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥

Devotees who chant these verses with rigorous adore become prosperous from the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to possess small children, have their needs fulfilled soon after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.

सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

अर्थ: हे गिरिजा पति हे, दीन हीन पर दया बरसाने वाले भगवान शिव आपकी जय हो, आप सदा संतो check here के प्रतिपालक रहे हैं। आपके मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा शोभायमान है, आपने कानों में नागफनी के कुंडल डाल रखें हैं।

अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

अर्थ- हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।

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